Testosterone Kya Hota Hai in Hindi
आजकल के समय में पुरषों में कम टेस्टोस्टेरोन एक बड़ी समस्या हो गई है जेसे आप जब भी कहीं जिम में ट्रेनर के पास जाते है तो आपने टेस्टोस्टेरोन का नाम तो सुना ही होगा लेकिन टेस्टोस्टेरोन क्या हैं ? यह केसा होता हैं ? इसका कहाँ इस्तेमाल होता है ? यह किस से बनता है ? यह आप नहीं जानते होंगे।
टेस्टोस्टेरोन एक सेक्स हार्मोन है। जो कामेच्छा के लिए जिम्मेदार होता है। ये पुरुषों और महिलाओ दोनों में होता है । परन्तु ये पुरुषों की तुलना में महिलाओं मे बहुत कम होती है।
पुरुषों के यौवन और उनके विकास के लिए टेस्टो स्टेरोन भी जिम्मेदार होता है । टेस्टोस्टेरोन का संबंध पुरुषों की कामेच्छा के साथ-साथ स्पर्म प्रोडक्शन से भी है। टेस्टोस्टेरोन हार्मोन पुरुषों में यौन विशेषताओं और उससे जुड़ी इच्छाओं के लिए मस्तिष्क के लिए मैसेन्जर के तौर पर काम करता है।
टेस्टोस्टेरॉन का स्तर निर्णय लेने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसका संबंध यौन क्रिया कलापों, रक्त संचरण और मांसपेशियों के परिमाण के साथ साथ पुरुषों के मूड और स्मृति से भी होता है। इसकी कमी से पुरुष चिड़चिड़ा, गुस्सैल और आक्रामक भी हो सकता है ।
एक परीक्षण के अनुसार, 30 और 40 की उम्र के बाद हर साल टेस्टोस्टेरोन हार्मोस में गिरावट आने लगती है। इस गिरावट से सेहत से जुड़ी समस्या नहीं होती, लेकिन कुछ विशेष परिस्थितियो में इस हार्मोन्स की कमी से पुरुषों में निम्न समस्याएँ उत्पन्न होने लगती है |
- यौन क्षमता में कमी
- चेहरे के बाल कम आना
- आक्रामकता
- मांसपेशियों की कमजोरी
- ऑस्टियोपोरोसिस
- बहुत ज्यादा थकान
- याददाश पर असर
- ज्यादा बॉडी फैट
- सोने में दिक्कत इत्यादि
टेस्टोस्टेरोन हार्मोस में कमी को हाइपोगो नाडिज्म कहा जाता है। ब्रिडिश पब्लिक हेल्थ सिस्टम के अनुसार करीब 1000 में से 5 लोग टेस्टोस्टेरोन की कमी जैसी शारीरिक समस्या से जूझ रहे है।
एक परीक्षण के अनुसार- इससे प्रभावित अधिक तर लोग 35 साल से कम आयु के थे जिनकी शादी को ज्यादा समय नहीं हुआ था | उन लोगों में इसका स्तर बढ़ाया गया, उनका सामाजिक व्यवकार अन्य की तुलना में समाज के प्रति अधिक सकारात्मक हो गया । पुरुषत्व के हार्मोन टेस्टोस्टेरॉन मांसपेशियां सुगठित बनाने में भी सहायक होता है। चिकित्सकों के अनुसार टेस्टोस्टेरॉन की अधिक मात्रा के दुष्प्रभाव भी हो सकते है।
टेस्टोस्टेरोन के स्तर को ब्लड टेस्ट के माध्यम से मापा जाता है। अधिकांश डॉक्टर इस बात से सहमत हैं कि एक 'सामान्य' रीडिंग से 300 से 1000 नैनोग्राम प्रति डेसीलीटर (एनजी/ डीएल; ng/DL) के बीच कहीं भी होती है।
संक्षेप में - टेस्टोस्टेरॉन एक ऐसा हार्मोस हैं, जो पुरुषों की सेक्स जीवन से संबंधित होता है और इसकी कमी उनकी सेक्स जीवन को प्रभावित करती हैं और ये पुरुषों की पूरे स्वास्थ्यं पर असर करता है | इसके असंतुलन को ठीक करने के लिए टेस्टोस्टेरोन सप्लीमेंट मिथाइलटेस्टोस्टेरोन और टेस्टोस्टेरोन रिप्लेसमेंट थेरेपी का भी सहारा ले सकते हैं।