Whey Protein Kaise Banta Hai in Hindi
वेय प्रोटीन, उत्पादकों अक्सर डेयरी उत्पादों, विशेषकर दूध के कैसीन प्रोटीन का विलय होता है। इस शक्तिशाली स्रोत का बिना किसी मेहनत के शरीर को लाभ देने वाले पोषक तत्वों के साथ ग्रहण किया जाता है। वेय प्रोटीन की प्रयोगिता को समर्थन देने के लिए विभिन्न शोध और अध्ययन हो चुके हैं, लेकिन वेय प्रोटीन कैसे बनता है? इस महत्वपूर्ण प्रश्न का उत्तर देने के लिए हम वेय प्रोटीन की उत्पत्ति और निर्माण प्रक्रिया का अध्ययन करेंगे।
व्हे प्रोटीन बनाने के लिए दूध से पनीर बनाने की प्रक्रिया में निकले व्हे को संसाधित करके सूखा दिया जाता है, जिससे पाउडर बनता है। |
दूध से वेय प्रोटीन के निर्माण की प्रक्रिया के भीतर कई चरण होते हैं। पहले चरण में, दूध को दूध के दो मुख्य घटकों, वेय और कैसीन में विभाजित किया जाता है। वेय प्रोटीन कारबनाउट, किस्मिस और दही निर्माण प्रक्रिया के दौरान प्राथमिक रूप से होता है। इसके बाद, आवश्यक प्रक्रियाओं को सुनिश्चित करने के लिए, वेय प्रोटीन से प्राप्त वेय को फ़िल्टर किया जाता है।
अंतिम चरण में, वेय नमूने से अतिरिक्त जल और अन्य अवांछनीय घटक हटा दिया जाता है। यह नमक या स्वाद प्रक्रिया के दौरान हो सकता है, जो निर्माताओं द्वारा उपयोग की गई स्वादिष्ट और परिपक्व वेय प्रोटीन सप्लिमेंट्स को उत्पन्न करता है।
व्हे प्रोटीन क्या है
व्हे प्रोटीन एक प्राकृतिक प्रोटीन होती है जो दूध को दही में बदलने के प्रक्रिया में प्राप्त होती है। साधारणतः, इसे दो मुख्य प्रकार के प्रोटीन में से एक के रूप में माना जाता है, व्हे और केसीन। व्हे प्रोटीन को विशेष रूप से मानव शरीर के विकास और बनावट के लिए लाभदायक माना जाता है।
व्हे प्रोटीन के प्रकार
व्हे प्रोटीन के तीन मुख्य प्रकार होते हैं:
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व्हे कॉन्सेंट्रेट (WPC): व्हे कॉन्सेंट्रेट कम से कम ७०% प्रोटीन होता है, और शेष लिपिड और लैक्टोज़ हैं। इसे सबसे साधारण और सस्ता व्हे प्रोटीन सप्लिमेंट माना जाता है।
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व्हे आइसोलेट (WPI): व्हे आइसोलेट में कम से कम 90% प्रोटीन होता है, और इसमें लैक्टोज़ और लिपिड की मात्रा कम होती है। इसे उच्च गुणवत्ता वाला और प्रिमियम व्हे प्रोटीन सप्लिमेंट कहा जाता है।
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व्हे हाइड्रोलिसेट (WPH): व्हे हाइड्रोलिसेट में प्रोटीन अधिक तोड़े गए होते हैं जो पाचन को और भी तेज़ करते हैं। इसे तेज़ पाचन और उत्तम प्रदान के लिए सबसे अच्छा माना जाता है।
व्हे प्रोटीन का महत्व
व्हे प्रोटीन के कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं:
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मांसपेशियों की वृद्धि: व्हे प्रोटीन में एआरसीए यानि कि शाखद्रव्य चेन अमीनोएसिड होते हैं, जो मांसपेशियों के वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
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वसा की कमी: व्हे प्रोटीन की सेवन से शरीर में वसा की कमी होती है, जो वजन घटाने में मदद करती है।
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हड्डियों की सेहत: व्हे प्रोटीन कैल्शियम को अच्छी तरह से शोषित करने में मदद करती है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण है।
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इम्यून सिस्टम की सहायता: व्हे प्रोटीन में उपस्थित ग्लूटाथियन और लाक्टोफेरिन इम्यून सिस्टम को मजबूती देने में मदद करते हैं।
व्हे प्रोटीन निर्माण प्रक्रिया
दूध से व्हे का पृथक्करण
व्हे प्रोटीन की प्राकृतिक रूप से पायी जाने वाली स्रोत दूध होती है। व्हे प्रोटीन को निर्माण करने का सबसे पहला चरण चीज़ और अन्य डेयरी उत्पादों के उत्पादन के दौरान दूध से व्हे का पृथक्करण होता है। दूध को दो घटकों में विभाजित किया जाता है - केसिन और व्हे।
- केसिन: दूध का 80% प्रोटीन यहाँ होता है।
- व्हे: दूध का 20% प्रोटीन यहां पाया जाता है।
शुद्धिकरण एवं फिल्ट्रेशन
व्हे का पृथक्करण करने के बाद, व्हे प्रोटीन को शुद्धिकरण और फिल्ट्रेशन की प्रक्रिया से गुजरना होता है। इस प्रक्रिया में, व्हे की मिश्रण से ओवरफ़त, छिपचिपा पदार्थ, और अनावश्यक अवयव हटाए जाते हैं।
मुख्य शुद्धिकरण तकनीकों में अल्ट्रा-फ़िल्ट्रेशन, आयोन-विनिमय और डायलिसिस शामिल हैं। यह प्रक्रिया अचे गुणवत्ता वाली व्हे प्रोटीन कंसंट्रेट (WPC) और व्हे प्रोटीन आइसोलेट (WPI) निर्माण के लिए आवश्यक होती है।
सुखाने की प्रक्रिया
व्हे प्रोटीन का निर्माण की अंतिम चरण सुखाने की प्रक्रिया में होता है। इस चरण में, फिल्ट्रेशन और शुद्धिकरण के बाद हटाए गए पदार्थों को व्हे से निकाला जाता है। इस प्रक्रम के द्वारा व्हे प्रोटीन का सूखा पाउडर बना दिया जाता है। सुखाने की प्रक्रिया में स्प्रे-सुखाने और ड्रम-सुखाने शामिल होती है।
व्हे प्रोटीन का सूखा पाउडर उत्पाद के रूप में विपणन के लिए पैक किया जाता है और उपयोगकर्ताओं को प्रदान किया जाता है। व्हे प्रोटीन पाउडर विभिन्न स्वादों में उपलब्ध होता है और इसका उपयोग आहार में प्रोटीन की मात्रा बढ़ाने के लिए किया जाता है।
व्हे प्रोटीन का उपयोग एवं लाभ
व्हे प्रोटीन पाउडर का उपयोग आमतौर पर अच्छी सेहत के लिए किया जाता है। यहाँ इसके कुछ मुख्य प्रयोग और लाभ दिए गए हैं:
मांसपेशियों की मरम्मत
- बढ़ती हुई मांसपेशी - व्हे प्रोटीन मांसपेशियों के निर्माण की बढ़ोतरी करता है। इसमें शामिल लीसीन और आईसोल्यूसीन उपयोगी होते हैं।
- श्रम के बाद की मरम्मत - व्यायाम के बाद, व्हे प्रोटीन मांसपेशियों की मरम्मत में मदद कर सकता है।
वेट मैनेजमेंट
- एपटाइट कंट्रोल - व्हे प्रोटीन का सेवन भूख को दूर करने में मदद कर सकता है।
- वसा घटाने में मदद - व्हे प्रोटीन का एक नियमित भाग के रूप में उपयोग वसा घटाने में मदद कर सकता है।
इम्युनिटी बूस्टिंग
व्हे प्रोटीन के निम्न अधिकारों के कारण इम्युन सिस्टम में सुधार कर सकते हैं:
- सी-लिपोप्रोटीन - व्हे प्रोटीन में शामिल शुगर मैन्नोजे में होने वाली सी-लिपोप्रोटीन हमारी इम्युनिटी को बढ़ाती है।
- ग्लूटाथियोन - व्हे प्रोटीन का उपयोग ग्लूटाथियोन निर्माण को बढ़ाने में मदद कर सकता है, जो एक प्रमुख एंटीऑक्सीडन्ट होता है।
व्हे प्रोटीन के साइड-इफेक्ट्स
जबकि व्हे प्रोटीन एक स्वस्थ प्रोटीन स्रोत है, फिर भी किसी को इसके सेवन से कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। आइए इन साइड इफेक्ट्स को समझें:
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एलर्जी: कुछ लोगों को दूध उत्पादों से एलर्जी होती है। ऐसे लोग व्हे प्रोटीन से बनी सप्लिमेंट्स का सेवन करते समय सतर्क रहें। यदि किसी को सूजन, खुजली, दर्द या एंग्रीज़ी के लक्षण होते हैं, तो वे व्हे प्रोटीन का सेवन बंद कर सकते हैं।
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पेट की परेशानी: कुछ लोगों को व्हे प्रोटीन का सेवन करने से पेट की परेशानी हो सकती है, जैसे कि गैस, ब्लोटिंग या दस्त। ऐसे लक्षण होने पर, सेवन की मात्रा कम करने से या व्हे प्रोटीन के बदले किसी अन्य विकल्प का सेवन करने से मदद मिल सकती है।
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किडनी और लिवर का बोझ: व्हे प्रोटीन का सेवन किडनी और लिवर पर जोर डाल सकता है। ऐसे में अधिक मात्रा में व्हे प्रोटीन का सेवन करने वाले व्यक्तियों को सतर्क रहना चाहिए। डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही ऐसे व्यक्ति व्हे प्रोटीन का सेवन करें।
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उन्नत स्तर की अब्जोर्षन: अधिक मात्रा में व्हे प्रोटीन का सेवन शरीर के कैल्शियम की अवशोषण को बढ़ा सकता है। ऐसा होने पर अस्थि मजबूती कम हो सकती है और किडनी स्टोन के फॉर्मेशन का खतरा बढ़ सकता है।
इन साइड इफेक्ट्स को ध्यान में रखते हुए, व्हे प्रोटीन का सेवन समझदारी से करें। अधिक मात्रा में व्हे प्रोटीन का सेवन करने से बचकर , स्वस्थ और स्थायी फायदे हासिल किये जा सकते है।
संग्रहण और स्थिरता
संग्रहण के लिए, वेह प्रोटीन को हमेशा ठंडी, सुखी और अँधेरी जगह पर रखना चाहिए। इससे वेह प्रोटीन की गुणवत्ता और स्थिरता बेहतर रहती है। वेह प्रोटीन पाउडर को इस्तेमाल करने से पहले आपने ध्यान देना चाहिए कि उसकी तारीख ना चली गई हो।
आप कुछ ऐसे कदम अपना सकते हैं जिनसे संग्रहण की प्रक्रिया में मदद मिले:
- वेह प्रोटीन को एयरटाइट कंटेनर में रखें।
- प्राप्त होने वाली उपयोगकर्ता सूचना को ध्यानपूर्वक पढ़ें
- सीधी धूप और ऊनाई से बचाने के लिए प्रोटीन कंटेनर को किसी कपड़े से ढक दें।
स्थिरता के लिए, वेह प्रोटीन का इस्तेमाल करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। इसे पानी, दूध या किसी अन्य तरल पदार्थ के साथ मिलाने के लिए वैध अनुपात का पालन करें। अनुपात की अवगैंही से वेह प्रोटीन का स्वाद और पोषकता में फरक पड़ सकता है।
ताजगी और स्थिरता के लिए वेह प्रोटीन के संभावित क्षय को ध्यान में रखें। स्वाभाविक रूप से व्यक्त किए गए कार्बनिक अवयव जैसे कि लक्तिक एसिड, शक्ति को कायम रखने और जिंदगी में हमें अच्छा प्रदर्शन देने में मदद करते हैं।
संग्रहण और स्थिरता को सुनिश्चित करने के लिए, वेह प्रोटीन के लेबल पर दिए गए निर्देशों का पालन करें। इससे वेह प्रोटीन की गुणवत्ता, कार्यक्षमता और स्वाद पर भरोसा किया जा सकता है।